कहो तो कह दूं – पं. अजय मिश्र
“ऐसे तो भाजपा के लिए शेखचिल्ली का सपना रहेगा कोतमा”
अनूपपुर –
कभी भाजपा का गढ़ रही कोतमा विधानसभा सीट को फतह करने के लिए भाजपा धीरे-धीरे बिसात तो बिछा रही है लेकिन भाजपा के भीतर का मुड़फोर भाजपा को यहां पनपने का अवसर नहीं दे रहा है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भाजपा के अधिकांश प्रकोष्ठों के शीर्ष पदाधिकारी कोतमा से हैं। साथ ही भाजपा की जिले की राजनीति कोतमा से ही तय होती है, बावजूद इसके विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां मुंह की खानी पड़ती है। यदि हम जिला के प्रकोष्ठों को देखें तो भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ-साथ अधिकांश पदाधिकारी इसी क्षेत्र के हैं। इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि जिस क्षेत्र में इतनी तादाद में भाजपा के पदाधिकारी रह रहे हों वहां भाजपा अपना वजूद बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। इस संबंध में संगठन के एक अनुभवी पदाधिकारी का कहना है कि गुटबाजी ने भाजपा की कोतमा में हवा निकाल रखी है जिसकी एक झलकी बीते दिनों क्षेत्र में देखने को भी मिली थी। भाजपा की इसी मुड़फेर और गुटबाजी का फायदा उठाकर कांग्रेस यहां जीत हासिल कर लेती है। ऐसे में भाजपा के रणनीतिकारों को संजीदगी से संगठन की विसंगतियों को दूर कर पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को एकजुट करना होगा, अन्यथा कोतमा में जीत का सपना भाजपा के लिए शेखचिल्ली का सपना ही बना रहेगा।