ग्राम पंचायत औढ़ेरा का मामला
सड़क की निचली और ऊपरी सतह पर एक साथ हो रहा है काम
अनूपपुर। ग्राम पंचायत औढ़ेरा के ग्राम अकुआ में पंचायत के द्वारा एक सीसी सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है इस सड़क में मनरेगा के मजदूरों की जगह फ्लोरी मशीन से सड़क की ढलाई कराई जा रही है इतना ही नहीं गुणवत्ता की भी अनदेखी सड़क निर्माण में देखने को मिल रही है जहां पर सड़क की नीव और उसकी ऊपरी परत की ढलाई एक साथ की जा रही है ऐसे में यह सड़क गुणवक्ता पर कितनी खरी उतरेगी यह देखने वाली बात होगी।
ग्राम अकुआ में पारस तालाब से राजू के घर तक लगभग 400 मीटर की सीसी सड़क निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिसकी लागत लगभग 15 लाख रुपए के आसपास बताई जा रही है। सड़क निर्माण में मनरेगा के मजदूरों की जगह मशीनों से काम लिया जा रहा है जिसके चलते गरीबों के हक में डाका डालने का काम पंचायत के सचिव करते आ रहे हैं।
निर्माण स्थल से नदारत मिले उपयंत्री
इस सड़क निर्माण में सड़क के बेस और ढलाई का काम एक साथ किया जा रहा है। इस निर्माण में गुणवत्ता की जमकर अनदेखी की जा रही है ऐसा नहीं है कि पंचायत में उपयंत्री मौजूद नहीं है लेकिन अंशुल अग्रवाल जैसे उपयंत्री के नदारत रहने के चलते इस तरह के निर्माण कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। जिसमें तकनीकी गुणवत्ताओं की जमकर कमी देखने को मिल रही है। मौके पर मनरेगा मजदूरों की जगह मशीनों से काम लिया जा रहा है।
मजदूरों की जगह फ्लोरी मशीन का उपयोग
पारस तालाब से राजू के घर तक बन रही सड़क में मनरेगा के मजदूरों की जगह फ्लोरी मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
जबकि मौके पर गांव के मजदूरों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराना था लेकिन ग्राम पंचायत ओढ़ेरा में ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
सड़क की निचली व ऊपरी सतह पर एक साथ हो रहा काम
आमतौर पर सड़क की ढलाई के समय 2 परतों में सड़क का काम किया जाता है जिसमें निचली परत पर 40 एमएम गिट्टी व सीमेंट के मदद से मसाला तैयार कर पहले सड़क की नींव मजबूत की जाती है उसे तैयार हो जाने के 3 दिन के बाद उस पर ऊपरी सतह में 20 एमएम गिट्टी के माध्यम से सड़क की ढलाई का काम किया जाता है। लेकिन ग्राम आकुआं में बन रही सड़क में और ऊपरी सतह का काम एक साथ हो रहा है इसके चलते सड़क गुणवत्ता विहीन नजर आ रही है।
जनप्रतिनिधियों की हो रही अनदेखी
ग्राम पंचायत ओढ़ेरा में जिस जगह पर निर्माण कार्य चल रहा है वहां के पंचायत प्रतिनिधियों व निर्वाचन के माध्यम से चुनकर आए पंच, सरपंच की अनदेखी की जा रही है बिना जनप्रतिनिधि के निर्माण कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है साथ ही मौके पर उप यंत्री भी मौजूद नहीं है।
जल्दबाजी में दिख रही पंचायत सचिव
इस तरह से सड़क निर्माण कार्य में भारी मशीनों का उपयोग करके सड़क की गुणवत्ता में अनदेखी की जा रही है बारिश के दिनों में गीले सड़क पर पानी बहाव वाले क्षेत्र में सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है इसको देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंचायत सचिव रामलली पटेल सड़क निर्माण को लेकर काफी जल्दबाजी में नजर आ रही है। ऐसे में सचिव के द्वारा जल्दबाजी में सड़क के निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है।