September 21, 2023 3:44 pm

सीएम राईज स्कूल में मनमाना संचालन, गरीब वर्ग के बच्चे परेशान

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शिवपुरी जिला मुख्यालय पर उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा सीएम राईज स्कूल

सीएम शिवराज की मंशा पर फिरा पानी

शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। शिवपुरी जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज के पास बनाए गए सीएम राईज स्कूल में गरीब वर्ग के बच्चे परेशान हैं। इस स्कूल में आए दिन नए-नए नियम लादे जाने से इस सीएम राईज स्कूल में एडमिशन लेने वाले गरीब वर्ग के बच्चे और उनके अभिभावक परेशानी हो रही है। स्कूल में गरीब बच्चों पर मनमाने नियमों से दोहरी मार पड़ रही है। शिवपुरी के सीएम राईज स्कूल में अभी हाल ही में बच्चों से शाला प्रबंधन, विविध राशि, परिचय पत्र बनाने के नाम पर मनमानी राशि ली गई। जिससे आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे यहां एडमिशन लेकर पछता रहे हैं। इसके अलावा कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों से ड्रेस का पैसा भी वसूला जा रहा है। यहां पर प्रति बच्चे से लगभग 32 सौ रुपए की फीस मय डे्रस के मांगी जा रही है। अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के बच्चों के कई अभिभावकों ने बताया कि उन्होंने अपने बच्चे सीएम राईज स्कूल में सरकारी स्कूल के तौर पर भर्ती कराए थे लेकिन यहां पर तो मनमानी फीस वसूली जा रही है जिसे देने में वह सक्षम नहीं है। कई पालकों ने बताया कि इस संबंध में प्राचार्य विनय बेहरे से शिकायत दर्ज कराई तो कोई सुनवाई नहीं की गई।

पढ़ने में कमजोर बच्चे को थमा दी गई टीसी

शिवपुरी के सीएम राईज स्कूल में मनमाने नियम चलाए जा रहे हैं। यहां पर शासन की जो गाइडलाइन है उसका पालन नहीं किया जा रहा है सीएम राईज स्कूल में कई गरीब और आर्थिक रुप से कमजोर बच्चे जो बच्चे पढ़ने में कमजोर हैं। इन बच्चों को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। स्कूल के कई बच्चों को प्राचार्य ने मनमाने ढंग से टीसी पकड़ा दी। करीब एक दर्जन से ज्यादा बच्चे जो कक्षा में पढ़ने में कमजोर थे उन्हें जबरिया टीसी पकड़कर स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। जब स्कूल प्राचार्य से संबंध में बात की तो उन्होंने कहा कि जो कमजोर बच्चे हैं उन्हें दूसरे स्कूलों में एडमिशन लेने के लिए कहा गया। यह सरकार का नियम है कि जो कमजोर बच्चा है उसे सीएम राईज में ना पढ़ाया जाए। ऐसे बच्चों के परिजनों का कहना है कि जब कक्षा 1 से 8 तक इस स्कूल में बच्चा पढ़ा और यदि वह पढ़ाई में कमजोर है तो उस पर शिक्षकों को ध्यान देना चाहिए था।

स्कूल का मनमाने ढंग से संचालन-

गर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन के आदेश थे कि सभी स्कूल 30 जून तक सुबह 7 बजे से 12 बजे तक ही संचालित होंगे लेकिन यहां पर 7 बजे से 1.30 बजे तक स्कूल चला। गर्मी में बच्चे परेशान हुए। लेकिन प्राचार्य ने मनमानी चलाई।
क्या कहना है प्राचार्य का-
स्कूल में जो कमजोर बच्चे थे उन्हीं टीसी पकड़ाई गई है। यह नियम से ही किया गया है। दूसरी बात फीस बढ़ाने की है तो फिर ऊपर से ही यह राशि निर्धारित की गई है। इसमें ड्रेस का पैसा भी भोपाल से ही निर्धारित किया गया है। स्कूल का संचालन नियम अनुसार ही किया जा रहा है।

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