अधिकारियों की लापरवाही से नहीं हो सका सामूहिक विवाह आयोजन
जिला पंचायत ने जारी की नोटिस
अनूपपुर। जिस योजना में प्रदेश के मुखिया का नाम जुड़ा हो उसमें अगर अमल नहीं हो पा रहा है तो यह अपने आप में कई सवाल खड़े जरूर करता है कि आखिरकार आम जनमानस के लिए बनाई गई इस योजना और मुख्यमंत्री के नाम से जुड़े होने के बावजूद भी अधिकारी लगातार मुख्यमंत्री विवाह योजना की तारीख बदलते जा रहे हैं। मामला अनूपपुर जिले की जैतहरी जनपद का है जहा पर 1 सैकड़ा से अधिक लोगों को विवाह पंजीयन कराया गया। मगर विभागीय गड़बड़ी के चलते उनकी शादी बीते 13 जून को भी नहीं हो सही है।
लगातार बदल रही तारीख
मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले की जैतहरी जनपद में रहने वाली दुषा देवी पिता सुंदर लाल यादव के द्वारा मुख्यमंत्री विवाह योजना अंतर्गत बीते 25 मार्च को कार्यालय में आवेदन किया गया था ताकि समय पर बेटी की शादी हो सकेगी, लेकिन ऐसा हो न सका। विभाग के द्वारा लगातार मुख्यमंत्री विवाह योजना की तारीख बदली जा रही है।
आवेदन आए मगर विवाह न हो सका
अकेले जैतहरी जनपद में मुख्यमंत्री विवाह योजना के लिए लगभग 350 फॉर्म आए हुए थे जिसमें दो बार विवाह की तिथि को बदला जा चुका है वही 114 फॉर्म स्वीकृत होने के बाद भी इनका विवाह आज दिनांक तक नहीं हो पाया है।
दो अधिकारियों को जारी हुआ नोटिस
इस मामले में वरिष्ठ कार्यालय से दो अधिकारियों को नोटिस देकर जवाब तलब किया गया है जिसमें समग्र सामाजिक सुरक्षा विस्तार अधिकारी व जैतहरी जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को नोटिस में जल्द जवाब देने की बात कही गई है हालांकि समग्र अधिकारी को दी गई नोटिस का समय भी अब पूरा हो चुका है लेकिन तारीखों का ऐलान अभी तक नहीं हो सका है।
3 जनपदों में हो चुका है विवाह योजना का संचालन
प्रदेश के मुखिया के नाम से आयोजित हो रही इस विवाह योजना को भी अधिकारी पलीता लगाने का काम करते आ रहे हैं ब्लॉक से लेकर जिले में बैठे मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बिना कैमरे में आए बताया की पोर्टल में हुई गड़बड़ी के चलते मुख्यमंत्री विवाह का आयोजन नहीं हो सका। जबकि अनूपपुर और कोतमा जनपद मिलाकर 87 जोड़ों का विवाह किया जा चूका है।
आग लगी भोपाल में असर जैतहरी पहुंचा
अधिकारी अपनी गलती न मानते हुए दबी जबान में वह सारा ठीकरा सतपुड़ा भवन में लगी आग को लेकर बता रहे हैं जिसके चलते पोर्टल एक हफ्ते पहले ही बंद हो गया। वही भोपाल आयुक्त से 7 जून को ही पत्र देकर अधिकारियों को तलब किया गया था जिस पर जिला पंचायत के द्वारा 19 जून को 2 लोगों को नोटिस जारी किया गया है।
जैतहरी जनपद रहा फिसड्डी
मुख्यमंत्री विवाह योजना में जैतहरी जनपद पूरी तरह ही फिसड्डी साबित हुआ है नतीजा यह रहा है कि अन्य जनपदों के अपेक्षा जैतहरी जनपद में शादी के लिए आवेदन तो लिए गए लेकिन उन्हें तिथि नहीं बताई गई। जिससे उनके परिवार में भी शादी समारोह का आयोजन नही हो सका।
लोगो की हुई भावना आहत
इस पूरे मामले में जैतहरी जनपद पंचायत अध्यक्ष राजीव सिंह ने जरुर बताया की इस घटना से लोगों की भावनाएं जरूर आहत हुई है। विभाग की गलती के चलते अभी कई लोग विवाह होने के इंतजार में बैठे है।
नहीं हो सका अमल
विभागीय लापरवाही के चलते इस बार मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का आयोजन स्थगित कर दिया गया। अधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकार की योजना का अनूपपुर जिले में अमल नहीं हो पाया है।