महीने भर से पैदल यात्रा कर रहे सैकड़ों आदिवासियों ने सौंपा ज्ञापन
उमरिया / घुलघुली देवलाल सिंह। नर्मदा जल लाओ यात्रा लगभग महीने भर बाद जिले के करींब दो दर्जन से अधिक गांवों का भृमण कर सैकड़ो की तादात में शहर का भृमण कर शुक्रवार को राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे है।इस यात्रा में जनपद करकेली के पहाड़ी क्षेत्र में बसे जलविहीन आकाश कोट क्षेत्र के करींब 25 गांव के सैकड़ो ग्रामीण मौजूद रहे।जनपद करकेली के ग्राम धवईहर से गत माह 16 मई से समाजसेवी बाला सिंह तेकाम की अगुवाई में निकली नर्मदा जल लाओ यात्रा का उद्देश्य नर्मदा नदी का पानी जलविहीन आकाश कोट क्षेत्र में लाने की मांग है,जिससे आकाश कोट क्षेत्र के 25 गांव लाभान्वित हो सके।विदित हो कि लंबे समय से इन पहाड़ी ग्रामीण अंचल में पेय जल की विकराल समस्या बनी हुई है।इन क्षेत्रों में पानी की माकूल व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन ने काफी प्रयास किया,पर पहाड़ी में बसे इन गांवों की ऊंचाई ज्यादा होने से अपेक्षाकृत सफलता नही मिली।इन गांवों में आदिवासी लंबी दूरी तय कर किसी तरह पेय एवम निस्तार आदि के लिए पानी की व्यवस्था कर पा रहे है।नर्मदा जल लाओ यात्रा रूपी इस अभियान के संयोजक बाला सिंह तेकाम ने बताया कि शुक्रवार को राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में नर्मदा के स्वच्छ जल को आकाश कोट तक लाने की मांग की गई है,हमे उम्मीद है प्रशासन इसे गम्भीरता से लेगा।विदित हो कि जिले की सीमा से सटे ग्राम धिरवन से सटे जिला डिंडौरी क्षेत्र में सिंगी नदी पर स्थित बेलगढा बांध (डिंडौरी) मौजूद है,समाजसेवी बाला सिंह तेकाम ने बताया कि बेलगढा बांध से नर्मदा का पानी आकाश कोट क्षेत्र के 25 गांव तक लाया जा सकता है।प्रशासनिक प्रयास से निश्चित ही ऐसा होने से जल विहीन आकाश कोट क्षेत्र में नर्मदा का स्वच्छ पानी लाया जा सकता है,और आज़ादी के बाद से ही पानी से परेशान इन ग्रामीणों को इस समस्या से निजात मिल सकती है।
कुपोषण,खून की कमी,डायरिया जैसी बीमारी से जूझ रहे आदिवासी
ज्ञापन में उल्लेख है कि आकाश कोट क्षेत्र में आदिवासी गंदा पानी पीने मजबूर है,जिन कारणों से बच्चों में कुपोषण,महिलाओं में खून की कमी सहित डायरिया जैसी बीमारियां हो रही है।ये हाल महज एक गांव का नही वरन आकाश कोट क्षेत्र के सभी 21 गांव प्रभावित है।उल्लेखनीय है कि आकाश कोट क्षेत्र को लेकर आकाश कोट सामूहिक जल प्रदाय योजना के तहत प्रदेश सरकार ने करींब 247 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया है,जिसका शिलान्यास अभी हाल में एकदिवसीय प्रवास पर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया है।इस प्रोजेक्ट में
संयोजक बाला सिंह तेकाम ने बताया कि मछड़ार नदी को उमरार जलाशय से जोड़कर आकाश कोट सहित 100 गांव को पानी पहुंचाने की योजना है,परन्तु मछड़ार नदी बरसाती नदी है,वर्षा काल के बाद कुछ ही माह में सुख जाती है,उमड़ार जलाशय में संयंत्र स्थापित कर नगरीय क्षेत्र उमरिया में पेय जल सहित 15 गांव के किसान लाभान्वित हो रहे है,पर इन क्षेत्रों में भी पानी की कमी बनी है,ऐसे में उमरार जलाशय से अतिरिक्त आकाशकोट सामूहिक जल प्रदाय योजना से 100 गांवों में पानी पहुंचाना बड़ा सवाल है।उन्होंने कहा है कि जल विहीन पहाड़ी क्षेत्र आकाश कोट क्षेत्र में पानी की सुलभ व्यवस्था के लिए नर्मदा का स्वच्छ पानी लाना ही आखरी विकल्प है।
ज्ञापन के दौरान संयोजक बाला सिंह तेकाम के अलावा समाजसेवी संतोष सिंह बड़करे, शंभु सिंह,सुंदर लाल नापित,श्याम किशोर तिवारी,संतराम सिंह,कोमल सिंह,राजा राम राय,रजनीश यादव समेत सैकड़ो आदिवासी मौजूद रहे।