हालात बिगड़ने पर जिला अस्पताल में कराया भर्ती
महिला की हुई मौत
अनूपपुर। जिला अस्पताल में दिन प्रतिदिन नए-नए बवाल तैयार हो रहे हैं अभी एक्सपायरी डेट का मामला थमा भी नहीं था कि आज मृतक के परिजनों के द्वारा नर्स के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर से मामले की शिकायत की है और नर्स के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की भी बात कही है। इस घटना में अनसुइयां अपने पीछे दो मासूम भी छोड़ गई है जो आप बिन मां के हो गए हैं।
मामले के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 8 जून को ग्राम महुदा की रहने वाली अनसुइयां राठौर के पेट में दर्द हो रहा था जो अपने परिजनों के साथ जिला अस्पताल के लिए आई हुई थी वहीं पर स्टाफ नर्स रेखा गोयल के द्वारा उसे जरूरी दवाइयां देकर जिला अस्पताल से भेज दिया गया । उसके बाद उसे घर बुलाकर उसका अबॉर्शन कर दिया गया। हालत बिगड़ने कारण बीते दिन उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर ड्यूटी डॉक्टर के द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया।
इस बात की जानकारी जैसे ही उनके परिजनों को लगी तो उनके द्वारा नर्स के खिलाफ पुलिस थाने में आवेदन देकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
परिजनों की माने तो इस घटना के पीछे सारी जवाबदारी स्टाफ नर्स की है जिसके द्वारा जानबूझकर जिला अस्पताल में आए मरीज को अपने निजी स्वार्थ के लिए अपने घर ले जाकर भ्रूण हत्या करने का प्रयास किया गया। वहीं पीड़ित पक्ष से ₹5000 की रकम भी स्टाफ नर्स के द्वारा ली गई है।
वह इस पूरी घटना में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी साथ ही इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया है जिसकी निगरानी में सारी जांच की जा रही है। जरूरत पड़ने पर स्टाफ नर्स को निलंबित भी किया जा सकता है।
इस घटना से एक बात तो साफ हो रही है कि सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद भी गर्भपात हैं कि रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं पहले झोलाछाप डॉक्टर इस तरह की कार्यवाही में काफी आगे थे अब सरकारी ड्यूटी कर रही स्टाफ नर्स भी अबॉर्शन करने के मामले में पीछे नहीं हैं जिसमें रेखा गोयल जैसे लोग जानकर भी इस मामले में चंद पैसों की लालच में लोगों को मौत के घाट उतारते नजर आ रहे हैं।
