कोतमा। राजकुमार तिवारी। कोयलांचल क्षेत्र के नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पशु तस्करी का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है. बता दें कि कोतमा ग्रामीण क्षेत्रों से ट्रकों में पशुओं को ठूंस ठूंस कर बूचड़खाने भेजने का कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है.इन पशु तस्करों पर प्रशासन भू मूकदर्शक बनकर बैठा हुआ है.इन पर कार्रवाई सिर्फ न के बराबर ही होती है।

जमकर हो रही पशुओं की तस्करी
बता दें कि कोतमा क्षेत्र के नगर से लेकर क्षेत्र के ग्रामों में पशु तस्करी का कारोबार बहुत फलफूल रहा है.क्षेत्र में जमकर पशु तस्करी हो रही है.हर दिन कोयलांचल क्षेत्र से दर्जनों ट्रकों में पशुओं को ठूंस ठूंस कर बूचड़खाने ले जाया जा रहा है.स्थानीय लोगों की मानें तो ये बिना प्रशासन के मिली भगत से संभव ही नहीं है।
बजरंग दल ने पकड़ा पशुओं से भरा ट्रक
कोतमा बजरंग दल के पदाधिकारियों ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि कोतमा क्षेत्र के बस खली ग्राम के समीप बगडुमरी के नजदीक से एक ट्रक में लाद कर गौवंशों को ले जाया जा रहा है।जिस पर गौ प्रेमियों ने उक्त ट्रक का पीछा किया और नेशनल हाईवे रोड पर बस खाली ग्राम के पास जब ट्रक को रुकवाना चाहा तो ड्राइवर ने ट्रक को भगाने का प्रयास किया। जिस पर गौ प्रेमियों ने शोर मचाया और मौके पर पहुंचे लोगों ने ट्रक को घेर कर रोक लिया।
वहीं सूचना मिलते ही कोतमा थाना की पुलिस ने मौके पर पहुंच कर ट्रक ड्राइवर और कंडक्टर को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।जबकि ट्रक में लादी गई 16 नग पाड़ा एवं दो भैंसों को सुरक्षित तरीके से ट्रक से उतार कर नगर के कनी हाउस गौशाला में भिजवा दिया गया।समाचार लिखे जाने तक पुलिस द्वारा मामला दर्ज नहीं किया गया था।
लगातार हो रही पशु तस्करी से आक्रोशित हो रहे लोग
लगातार हो रही पशु तस्करी खिलाफ लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस की मिलीभगत से क्षेत्र में पशु तस्करी और नशे का व्यापार तेजी से फल-फूल रहा है।इस तरह की घटनाएं पहले से अब अधिक बड़ी है।अवैध तरीके से पशुओं को लाने-ले जाने का काम करने वाले लोगो के हौसले बुलंद हैं।इसके लिए पुलिस पूरी तरह से जिम्मेदार है। इसलिए कोयलांचल की बेहतरी के लिए यहां के थाना में पदस्थ भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों का तबादला बेहद जरूरी है। जेपी कोतमा थाने में पदस्थ पुलिसकर्मियों पर पहले भी पशु तस्करी के आरोप लगते रहे हैं वहीं पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्यवाही भी की गई थी।
वरिष्ठ अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग
पशु तस्करी के बढ़ रहे मामले पर विश्व ¨हदू परिषद सहित बजरंगदल व अन्य क्षेत्र के सामाजिक संगठनों ने चिता जताई है।वहीं उन्होंने पशु तस्करी के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन के ढीले रवैये व मिलीभगत के कारण ही पशु तस्करी के मामलों में इजाफा हो रहा है।प्रशासन पशु तस्करी रोकने में नाकाम साबित हो रहा है।नागरिकों ने कहा कि कोतमा क्षेत्र के निगवानी, गाढी, बसखाली,व खोडरी आदि मार्गो पशु तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है,लेकिन प्रशासन अनजान बना हुआ है। वहीं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि पशु तस्करों के प्रति पुलिस-प्रशासन अगर सख्ती से पेश आए,तो अंकुश लग सकता है।उन्होंने कहा कि पुलिस व प्रशासन को पशु तस्करों के प्रति कड़े कदम उठाने की जरूरत है।जिले सहित संभाग के पुलिस प्रशासन को चाहिए की पशु तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करे।