May 31, 2023 9:53 am

कोतमा, यातायात नियमों को ठेंगा दिखा मालवाहक वाहन पर ढो रहे सवारियां

Traffictail

कोतमा। राजकुमार तिवारी। कोयलांचल क्षेत्र में माल वाहक वाहनों का सवारी वाहनों के रूप में इस्तेमाल खुले आम किया जा रहा है। अतिरिक्त कमाई के लालच में छोटे हाथी जैसे माल वाहक वाहनों में यात्रियों को भेड़-बकरियों की तरह बैठाते हुए यातायात नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं।इससे कभी भी कोई गंभीर घटना घटित हो सकती है।

खतरे से खाली नहीं सफर
कोतमा कोयलांचल क्षेत्र में धड़ल्ले से माल वाहक वाहन भी सवारी ढोते नजर आ रहे हैं। जबकि माल वाहक वाहनों में यात्रियों का सफर खतरे से खाली नहीं होता।आलम यह है कि आर्थिक रूप से कमजोर लोग माल वाहक वाहनों में ही यात्रा बारात लाने ले जाने के लिए बुक कर लेते हैं,और एक वाहन में आधा सैकड़ा से अधिक लोग सवार होकर बारात के लिए रवाना हो जाते हैं।माल वाहक वाहनों में यात्रियों को लाना ले जाना मोटर व्हीकल एक्ट के तहत दंडनीय अपराध है,क्योंकि माल वाहक वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने पर जनहानि की ज्यादा संभावनाएं रहती हैं, बावजूद इसके कोयलांचल के नगर से ग्रामीण क्षेत्रों में माल वाहक वाहनों से बारात लाने ले जाने की लापरवाही लगातार जारी है। इधर ऐसे वाहन संचालकों का कार्यवाही का जिम्मा उठाने वाले जिम्मेदार विभाग मूकदर्शक बने हुए हैं।

माल वाहनों में ठुस ठुस के भरे रहते हैं लोग

उल्लेखनीय है कि इन दिनों शादी विवाह सीजन का दौरा चल रहा है, ऐसे में यदि मुख्यमार्गों के साथ ही क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों के मार्गों का नजारा देखा जाए तो कई ऐसे बाराते सहज ही दिख जाती हैं जो माल वाहक वाहनों में सफर करती हैं। एक माल वाहक वाहन की ट्राली में आधा सैकड़ा लोग ठूस-ठूस कर भरे रहते हैं और ट्राली में खड़े होकर ही सफर करते हैं, जिससे हादसों का खतरा बना रहता है।
जिस तरह से माल वाहक वाहनों में सफर किया जा रहा है उससे तभी भी गंभीर हादसों की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता।

यात्री वाहन की जगह माल वाहक वाहन क्यों
बारात लाने ले जाने के लिए यात्री वाहन की जगह माल वाहन बुक करने को लेकर लोगों ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में माल वाहक वाहन सरलता से उपलब्ध हो जाते हैं। इसके साथ ही यात्री वाहनों की अपेक्षा माल वाहक वाहन सस्ते में उपलब्ध हो जाते हैं, यात्री वाहन चाहे वह बस या मिनी बस हो या फिर फोर व्हीलर वाहन इनका किराया विवाह सीजन के दौरान वाहन मालिकों द्वारा सामान्य दिनों की अपेक्षा करीब दो गुना कर दिया जाता है,जिससे ऐसे वाहनों की बुकिंग कर पाना आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के बजट के बाहर हो जाता है, लिहाजा वह माल वाहक वाहनों को ही बारात के लिए बुक कर लेते हैं।

इन माल वाहक वाहनों में ज्यादा सफर

कोयलांचल क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में ट्रैक्टर, यूटिलिटी, मिनी ट्रक 407 लगभग हर गांव में उपलब्ध होते हैं,जो नजदीक की बारातों के लिए आसानी से सस्ते दर पर उपलब्ध हो जाते हैं, लिहजा बारात के लिए आर्थिक रूप से कमजोर परिवार ज्यादातर इन्ही वाहनों को बारातियों को लाने ले जाने के लिए बुक करते हैं। इन वाहनों की ट्राली में करीब आधा सैकड़ा लोग सवार हो जाते हैं।

सख्त हैं नियम, पर नहीं हो रहा है पालन
मोटर व्हीकल एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मालवाहक वाहनों को सिर्फ सामान ढोने के लिए ही प्रयोग में लाया जा सकता है।सवारियां लाना,ले जाना गैर-कानूनी है। बावजूद इसके नियमों का उल्लंघन खुलेआम किया जा रहा है।पुलिस को मालवाहक वाहनों में यात्रियों को ढोने के मामले में एमवी एक्ट की धारा-184 और 192ए के तहत सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए।

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