विश्व संग्रहालय दिवस विशेषांक
अनूपपुर। पर्यटन स्थल अमरकंटक से महज 18 कि.मी. की दूरी पर स्थित जनजातीय वि. वि. के ट्राइबल म्यूजियम में जिले में पाई जाने वाली विशेष जनजातीय धरोहरों को संजो कर रखा गया है जैसे कि पहनावा, आभूषण, औशधीय वस्तुएं, जिले में बनाई जाने वाले मिट्टी के बर्तन, बांस से बनाई गई वस्तुएं, अपने और पालतू जानवरों, बैलगाड़ी की साज-सज्जा की वस्तुएं, कृषि एवं शिकार में इस्तेमाल किये जाने वाले उपकरण व औजार, वाद्ययंत्र, मुखौटे आदि | जिन्हें देखने के लिए वि.वि. प्रबंधन ने म्यूजियम आम लोगों के लिए खोल दिया है | समय के साथ बदलते परिवेश में जहाँ एक ओर हमने तरक्की की तो वहीँ दूसरी ओर अपनी मूलभूत पहचान – हमारी संस्कृति को जोड़ते हुए संग्रहालयों ने अपना अमूल्य योगदान दिया है | विलुप्त होती हुई प्रजातियों और संस्कृति के संरक्षण के एक मात्र उपाय के रूप में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं ये सभी संग्रहालय | मध्यप्रदेश का अनूपपुर जिला ऐसी ही विशेष जनजाति, प्राकृतिक और संस्कृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है जिले में मूलतः गोंड, अगरिया, कोल, बिंझवार, पनिका एवं बैगा आदि जनजातीय वर्ग के लोग रहते हैं जिनकी उपयोगिता, मान्यताएं एवं सांस्कृतिक गतिवधियां विशेष महत्त्व लिए अपने आप में ही अनूठी हैं और बदलते परिवेश के साथ इनका संरक्षण भी आवश्यक है ताकि हमारी आने वाली पीढियों को हम अपनी विरासत सौंप सकें और ऐसा करने में संग्रहालयों की विशेष भूमिका रही है |
