जिला किसान कांग्रेस कमेटी अनूपपुर ने जिले में हो रहे बिन मौसम बरसात से किसानों के बरबाद हुए फसल के मुवावजा दिए जाने को लेकर महामहिम राज्यपाल जी के नाम तहसीलदार अनूपपुर को सौंपा ज्ञापन

किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री धर्मेंद्र सोनी जी के नेतृत्व में किसान कांग्रेस जिला कमेटी अनूपपुर द्वारा 7 सूत्रीय मांगो को लेकर महामहिम राज्यपाल के नाम तहसीलदार अनूपपुर को ज्ञापन सौंपते हुए किसानों के प्रति लचर व्यवहार को देखते हुए प्रदेश के भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में चोर दरवाजे से सत्ता में आई शिवराज सरकार को किसान विरोधी है। प्रदेश में बीते 40दिनों से बिन मौसम बरसात एवं ओलावृष्टि से जिले के अधिकांश किसानों का गेहूं, चना, मसूर, अलसी का फसल पूर्ण रूप से बरबाद हो गया है, जिसके मुवाबजे का अनौपचारिक एलान आज दिनांक तक नहीं किया गया है। सरकार किसानों को मुआवजा देने से भाग रही है। फसल के बीमा का भी निर्धारण नहीं किया जा रहा है। एक तरफ किसानों पर प्रकृति की मार पड़ी है वही दूसरी ओर सहकारिता कर्मचारी संघ प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर धरने पर बैठी हुई है जिसे मनाने में शिवराज चौहान विफल रहे हैं। ऐसी स्थिति में गेहूं खरीदी केंद्र में गेहूं की खरीदी नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण खरीदी के लिए निर्धारित अंतिम तिथि 15/05/23 तक खरीदी संभव नहीं है। किसान लगातार परेशानी का सामना कर रहे है, और प्रदेश की निकम्मी भाजपा सरकार किसानों के जख्मों में मरहम लगाने के स्थान पर बिना किसी विधिक आदेश के फसल के मुआवजा का आवेदन मंगाकर खेल खेलकर जख्म खुरेद रही है। श्री धर्मेंद्र सोनी जी ने चेतावनी देते हुए कहा कि सात सूत्रीय मांगो को सात दिवस के अंदर निराकृत नही किया गया तो किसान कांग्रेस कमेटी अनूपपुर द्वारा उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। ज्ञापन सौंपते समय जिला उपाध्यक्ष रोहित मरावी, संतोष सिंह, प्रदेश सचिव लाल बहादुर पटेल जी, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के कार्य.अध्यक्ष रामलाल पटेल, सेवादल यंग ब्रिगेड अध्यक्ष जितेंद्र सोनी जी, nsui जिलाध्यक्ष संजय सोनी जी, किसान नेता सुनील पटेल जी, आदिवासी किसान अध्यक्ष सुरेंद्र पट्टा जी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष रामखेलावन राठौर जी, युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष अनूप सिंह जी, महासचिव राजूराम पटेल जी, विनयकांत प्रजापति जी, सूर्यप्रकाश पटेल जी, सावन अग्रवाल जी, झल्लू कोल,सुरेश प्रसाद वर्मा, सूरज सोनी, इंद्रपाल पटेल, आशीष वर्मा, विजय यादव, नरेंद्र पटेल, ऋषि वंशकार, राजकुमार पटेल, सचिन पटेल, नजीर अहमद, असलम खान, संजीव द्विवेदी, लालजी पटेल, संदीप मिश्रा, अजय सिंह, मनोज नायक, सीमा सिंह, ओमवती सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्तागण मौजूद रहे।
ये है सात सूत्रीय मांगे
1.वर्षा से हुए बरबाद फसल का
आधिकारिक रूप से मुआयना
कराकर प्रभावित किसान को
उचित मुआवजा प्रदान किया
जाए।
2.गेहूं का समर्थन मूल्य 3000
रुपए प्रति क्विंटल किया जाए।
3.गेहूं खरीदी की तिथि
15/05/23 से बढ़ाकर
30/05/23 किया जाए।
4.किसानों को बिना परेशान किए
जिस अवस्था में गेहूं लाया जाय
उसी अवस्था में खरीद कर
उपार्जन की राशि तत्काल
किसानों के खाते में जमा किया
जाए।
5.प्रकृति को मार झेल रहे कर्ज
तले दबे किसानों का 02 लाख
तक का कर्जमाफी किया जाए।
6.खरीदी केंद्रों में किसानों के
लिए गेस्ट हाउस तथा सुलभ
शौचालय की व्यवस्था किया
जाए साथ ही सस्ते भोजन की
शासकीय व्यवस्था किया जाए।
7. मेन रोड से मंडी तक जाने का
रास्ता कीचड़ युक्त तथा
क्षतिग्रस्त है जिसे तत्काल
कंक्रीट बनाया जाए।