फर्जीवाड़े की हद पार: मई में की भूमि की बिक्री फिर उसी भूमि में ले लिया 15 लाख का लोन*

मां बेटे ने मिलकर भूमि केता के साथ किया फर्जीवाड़ा, बिक्री की गई भूमि पर लिया 15 लाख का लोन
मनीष उर्फ मालू ने अपनी माँ के साथ मिलकर किया फर्जीवाड़ा, प्रशासन सहित भूमि क्रेता को लगाया चूना
इन्ट्रो:- फिल्म और समाचार पत्रों में अक्सर ही फर्जी मां बेटे की कहानी हम सदैव सुनते आए हैं अब अनूपपुर में यह नया मामला देखने को मिला है जहां फर्जी बेटे और मां ने मिलकर अपनी जमीन को बेचकर 2 महीने बाद उसमें होम लोन भी ले लिया, और उक्त विषय की जानकारी भूमि क्रय तक को भी नहीं दी गई। वर्तमान में उक्त फर्जीवाड़ा करने वाले मनीष उर्फ मालू सूदखोरी के धंधे में दर्जनों लोगों को चूना लगा चुके हैं और कई जग शिकायत इनकी धूल खाती हुई फाइलों में पड़ी हुई है पुलिस द्वारा कार्यवाही ना करने से सूदखोरों के हौसले भी बुलंद हैं।
अनूपपुर। अनूपपुर जिले में सूदखोरों का आतंक इस कदर है कि सूदखोरी और फर्जीवाड़े में अपनी मां को भी शामिल कर फर्जीवाड़े की सारी हदें पार कर दी है। मामला अनूपपुर जिले के मुख्यालय कहां है जहां मनीष उर्फ मालू नामक व्यक्ति अपने तीन साथियों के साथ मिलकर अपनी ही मां के नाम पर भूमि क्रय विक्रय के खेल कर उसमें दो महीने बाद 15 लाख का होमलोन ले लेता है, भूमि क्रेता के बिना जानकारी और बिना सहमति के अधिकारी कर्मचारियों से सांठगांठ कर बड़े षड्यंत्र को बड़ी आसानी से अंजाम देकर अब देवेश शुक्ला के ऊपर आरोप लगा कर अपने आप को पाक साफ बताने का प्रयास कर रहा है। पुलिस और अन्य विभाग से बचाने के लिए देवेश के ऊपर फर्जी रिपोर्ट और शिकायत कर पुलिस का ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहा है जबकि स्वयं मनीष उर्फ मालू के ऊपर दर्जनों मामले पंजीबद्ध है और कई मामलों की शिकायतें पेंडिंग में पड़ी हुई है। भूमि क्रेता और देवेश द्वारा की गई शिकायत भी एसपी ऑफिस में विवेचना में लिया गया है।
*मई में की भूमि की बिक्री अगस्त में ले लिया 15 लाख का होम लोन*
फर्जीवाड़े की हद तब हो गई जब उक्त सूदखोर और अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति मालू ने षड्यंत्र या फर्जीवाड़े में अपनी मां को भी शामिल कर लिया। खसरा क्र. 306/2/1/1/1/1 और 306/2/1/1/2/1 को नूतन गुप्ता द्वारा 16 लाख 20 हजार में 12 मई 2020 हरिशंकर पटेल के नाम पर रजिस्ट्री करवा दी जाती है। जिसके बाद नामांतरण ना होने का लाभ उठाते हुए 5 अगस्त को नूतन गुप्ता और उनके पुत्र मनीष द्वारा अपनी पहचान और सूदखोरी के साथियों के साथ मिलकर उक्त भूमियों पर 15 लाख रुपए का होमलोन प्रशासन और भूमि क्रेता को धोखे में रखकर ले लिया जाता है। उक्त मामले में संलिप्त मैनेजर,उप पंजीयक नूतन गुप्ता और मनीष उर्फ मालू की शिकायत बैंक मैनेजर और एसपी से की जाती है जिस पर बैंक के मैनेजर द्वारा जबाबदार कर्मचारी को त्वरित स्थानांतरित कर दिया जाता है।
*एसपी से हुई शिकायत पर नहीं हुई कार्यवाही*
कुछ सफेदपोश नेताओं की मिलीभगत के कारण सूदखोरों को अमृतवेल की तरह खेलने का अवसर मिल गया है। मुख्यालय के एक सत्ताधारी की मदद से सदैव पुलिस से बचते हुए शुद्ध खोरी का धंधा करने वाले मनीष उर्फ मालू ने सूदखोरी के कार्य करते करते अब भूमि क्रय विक्रय और लोन में फर्जीवाड़े का कार्य शुरू कर दिया है। अपनी मां और खुद प्रशासन की आंखों में धूल झुकते हुए फर्जी लोन स्वीकृत कराकर राशि तो हड़प ली इसके साथ ही भूमि क्रेता हरि शंकर पटेल को भी धोखे में रखा। जब उक्त मामले की शिकायत एसपी से हुई तो शिकायत होने के बाद अब तक किसी प्रकार की कार्यवाही मनीष उर्फ मालू और नूतन गुप्ता के ऊपर नहीं की गई है जिससे मनीष उर्फ मालू का हौसला बुलंद है और अब वह आम जनमानस को अपने फर्जीवाड़े का शिकार बनाते हुए झूठी शिकायत कर फर्जी मामले में फंसाने की साजिश रच रहा है जिसकी शिकायत देवेश शुक्ला द्वारा अनूपपुर पुलिस अधीक्षक को की गई है।
*पेंडिंग में पड़ी दर्जनों शिकायत नहीं हो रही कार्यवाही*
मनीष उर्फ मालूम, अतीक और मुकेश दर्जनों शिकायत अनूपपुर मुख्यालय सहित आसपास के थाना क्षेत्रों में दर्ज है पर किसी प्रकार की कार्यवाही ना होने से अनूपपुर जिले में मालू ग्रुप का सूदखोरी का धंधा जोरों से फल फूल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यालय का हाल यह है कि ग्रुप के मेंबर से एक व्यक्ति द्वारा अगर एक लाख का लोन लिया जाता है तो जीवन पर्यंत उसे उसका ब्याज चुकाते ही लग जाता है जिसके बाद भी ब्याज सहित मूल राशि ब्याज खोरो को नहीं दे पाता है। देवेश शुक्ला द्वारा हाल ही में अपने साथ हुए फर्जीवाड़े को लेकर अनूपपुर पुलिस से शिकायत की है जिस पर देवेश शुक्ला जल्द से जल्द कार्यवाही की मांग कर रहे हैं ताकि अनूपपुर के जिला और मुख्यालय की आम जनमानस को उक्त फर्जीवाड़े और सूदखोरों से बचाया जा सके। जल्द से जल्द अगर उक्त मामले की जांच होगी तो फर्जीवाड़ा करने वाले मां और बेटे जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।