May 31, 2023 8:08 am

सडक पर जानलेवा गड्ढे हो सकती है बडी दुर्घटना शिकार

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वेंकटनगर सीमा से जुड़े पुल पर विभाग की मनमानी, बार-बार टूट रही मेंटनेंश की‌ परत

वेंकटनगर। आशीष तिवारी। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ की सीमा को जोडने वाली अंतरराज्यीय तिपान नदी पर बडी एवं छोटी पुल अब विभागीय उदासीनता में गड्ढे की दरार में क्षतिग्रस्त होने की कगार पर हो गई है। सीमा पार होने के कारण इस पुल पर बड़े वाहनों की 24 घंटे आवाजाही बनी रहती है। लेकिन विभाग इस पुल के मरम्मती कार्य पर गम्भीर से नहीं ले रहा है। ऐसा नहीं कि खबरों के बाद विभागीय अमला मेंटनेंश के लिए नहीं आता, लेकिन उनके द्वारा बनाए गए डामर की पतली परत एकाध दिनों बाद धुर्रे में बदल कर पुल पर बिखर जाता है। लेकिन हालात यह है कि टूटी रैलिंग के सुधार के लिए भी विभाग के पास समय नहीं है। लोगों का कहना है कि अगर यह पुल क्षतिग्रस्त होता है तो दोनों प्रदेशों की ओर से आवाजाही बंद हो जाएगी।

250 फीट लम्बा पुराना है पुल

वेंकटनगर से 2 किमी दूर वेंकटनगर-अनूपपुर मुख्य मार्ग पर वर्ष 1980 में मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह द्वारा बिलासपुर मुख्यालय को शहडोल संभाग से जोडऩे के उद्देश्य तिपान नदी पर पुल की आधारशिला रखी थी। जिसका निर्माण कार्य दो वर्ष में पूरा करते हुए वर्ष 1982 में पुल का उद्घाटन किया गया था। इसके बाद लगातार इन 41 वर्षों में पुल के ऊपर से कई बार सडक़ों का सुधार कार्य कराया गया है। लेकिन बीते कुछ सालों पहले अनुपपुर से वेंकटनगर मुख्य मार्ग पर सीसी मुख्य मार्ग का भी निर्माण भी किया गया हैं। लेकिन यहां ठेकेदार ने लगभग 250 फीट लम्बे एवं लगभग 22 फीट चौड़े पुल के ऊपर कोई मरम्मत कार्य नहीं करते हुए उपर से ही ऐसे ही ढाल कर कार्य पूर्ण कर लिया। जिसके बाद वाहनों की आवाजाही में पुल की ऊपरी सतह कई जगहों से उखडक़र क्षतिग्रस्त हो चुकी है। वहीं सडक़ की सतह पर निकले हुए छड़ भी वाहनों के लिए खतरनाक हो गई है।

बीते दो दिनों से लगातार हो रही है घटना

वेंकटनगर-अनूपपुर को जोड़ने वाली पुल पर दो दिन से लगातार घटना घट रही है। बड़े एवं भारी वाहनों के चलने से पुल के ऊपर एक से डेढ़ फिट का जानलेवा गड्ढे हो गया हैं। आज सुबह लगभग 11 बजे एक बाईक सवार अपनी मां को लेकर कोतमा से पेन्ड्रा की ओर जा रहा था तभी अचानक से बड़ा गड्ढा होने के कारण उसकी मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर बने उस जानलेवा गड्ढे में गिर गई जिससे चालक की मां के हांथ, पैर में चोट आई है एवं कमर में गंभीर चोट आई है। जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वेंकटनगर लाया गया जहां उपचार देकर उसे 108 की मदद से जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया जहां उसका इलाज चल रहा है।

ग्रामीणों का कहना है

ग्रामीणों का कहना है कि वेंकटनगर वासियों के लिए छत्तीसगढ़ नजदीक बाजार और स्वास्थ्य उपचार के लिए एक मात्र विकल्प है। जिसके कारण इससे लोगों की आवाजाही लगातार बनी रहती है। वहीं प्रदेश की सीमा के लिए एक मात्र रास्ता होने के कारण वाहनों का काफिला भी लगातार दौड़ता रहता है। पुल के क्षतिग्रस्त होने पर इसकी सूचना लोक निर्माण विभाग को दी गई है। लेकिन विभाग के अधिकारियों द्वारा अभी ऐसा कोई कार्य नहीं किया गया जिससे इस क्षतिग्रस्त पुल को सुरक्षित किया जा सके।

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