सिविल सर्जन को सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर। जिला अस्पताल में पदस्थ लगभग आधा सैकड़ा से कम डॉक्टर 1 मई से हड़ताल में जाने की तैयारी में है इनके हड़ताल में जाने के चलते चिकित्सा संबंधी सारी व्यवस्थाएं चरमरा भी सकती हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि बीते फरवरी माह में प्रदेशव्यापी आंदोलन किया गया था लेकिन 2 माह बीत जाने के बाद भी अभी तक डॉक्टरों की मांग पूरी नहीं हो सकी है जिसके चलते यह सभी डॉक्टर ने आज सिविल सर्जन को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें उनके द्वारा हड़ताल में जाने की बात भी कही गई है।
डीएसीपी योजना के लागू होने से जहां डॉक्टरों को समयमान और वेतनमान में बढ़ोतरी हो सकेगी वहीं अन्य सुविधाओं में भी इजाफा होने की उम्मीद बताई जा रही है लेकिन सरकार के द्वारा इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके चलते अकेले मध्य प्रदेश के 10000 चिकित्सक इस हड़ताल में लामबंद होने की तैयारी में है और इसके चलते चिकित्सा व्यवस्था अभी से डग मगा रही है।
प्रदेश सरकार के द्वारा अगर इनकी मांगे पूरी नहीं की जाती हैं तो 1 मई से यह डॉक्टर पट्टी बांध कर दो दिनों तक हड़ताल करेंगे इसके बाद यह अनिश्चितकालीन के लिए सभी डॉक्टर हड़ताल में चले जाएंगे डॉक्टरों में हड़ताल में जाने के चलते जिला अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी ऑपरेशन ड्यूटी महिला रोग विशेषज्ञ आंख रोग विशेषज्ञ जनरल ओपीडी समेत अन्य वार्ड भी प्रभावित होगे।
यह कहना गलत नहीं होगा कि जिला अस्पताल में पदस्थ सभी डॉक्टर अगर हड़ताल में चले जाते हैं तो इससे किसी व्यवस्था पर काफी असर पड़ने की उम्मीद बताई जा रही है वहीं इसके पहले से ही संविदा पैरामेडिकल के सदस्य पहले से ही हड़ताल में बैठे हुए हैं ऐसे में इस हड़ताल का असर आम जनमानस पर भी पड़ने के कयास लगाएं जा रहे है।
इनका कहना है।
इस मामले में सरकार अगर कोई प्रयास नही करती है तो 1 मई से जिला समेत पूरे प्रदेश के डॉक्टर हड़ताल में जा सकते है। मांग पूरी हो सके इसके लिए सिविल सर्जन को ज्ञापन सौपा गया है।
डॉ0 जनक सारीवान, चिकित्सक महासंघ, अनूपपुर
