पीड़ित की नहीं हो रही सुनवाई, मामले में हो लीपापोती
बिजुरी थाने का मामला
अनूपपुर। बिजुरी थाना अंतर्गत बलात्कार का विरोध करने पर 5 लोगों के द्वारा उसके और उसके परिवार वालों के साथ मारपीट की गई। इतना ही नहीं इस घटना में लड़कियों के कपड़े तक फाड़ दिए गए। न्याय की आस में थाना पहुंची दोनों लड़कियों ने जब मामले की रिपोर्ट पुलिस से करनी चाहिए, तो पुलिस ने पहले तो मामले को गोलमोल करने का प्रयास किया। इस घटना में एक लड़की नाबालिक भी बताई जा रही है।
आधी अधूरी रिपोर्ट के साथ पुलिस ने उक्त मामले में दबाव बनाने का भी प्रयास पीड़ित पक्ष के साथ किया है मामला एक हफ्ते पुराना बताया जा रहा है अब ऐसे में पीड़ित मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक व आजाक थाने में भी कर चुकी हैं। इस घटना में पीड़ित नाबालिग भी बताई जा रही है बावजूद इसके पुलिस है कि इस मामले में कोई कार्यवाही करने का प्रयास नहीं कर रही है।
इस पूरे मामले में पीड़ित ने बताया कि उसके गांव के ही रहने वाले राज द्विवेदी व प्रीतम सेन के द्वारा 14 तारीख की शाम को घर के बाहर बैठे इन दोनों युवतियों से पहले तो संबंध बनाने की बात कहने लगा। उक्त बात का विरोध करने पर दोनों बहनों को झाड़ियों में खींच कर ले गए। लड़कियों के साथ बलात्कार को अंजाम देने के लिए दोनों आरोपियों ने उनके कपड़े तक फाड़ दिए । अपना साथ सब कुछ होते देख पीड़ितों ने जब चीख-पुकार लगाई तो पास में मौजूद कुछ लोगों के द्वारा उनका बचाव किया गया। इस दौरान आरोपी फरार हो गए। अपने साथ हुए पूरी घटना की जानकारी पीड़ित ने अपने परिजनों को दी। जिसके बाद परिजनों के द्वारा दोनों बहनों को तत्काल थाने लाया गया।
पीड़ित ने बताया कि इस पूरे मामले में पुलिस ने उनके बताए गए बयान के अनुसार मामला दर्ज नहीं किया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि पुलिस अपराध खत्म करने की जगह अपराधियों को संरक्षण देने का प्रयास कर रही है।
इनका कहना है।
पूरे मामले उपपुलिस अधीक्षक का कहना है की मामले में आईपीसी की धारा 354 और पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की विवेचना की जा रही है।
अभिषेक राजन, एडिशनल एसपी, अनूपपुर
