कोयलांचल में आईपीएल प्रारंभ होते ही लगने लगे लाखों करोड़ों के दाव पुलिस पर उठ रहै सवाल

आइपीएल मैच 31 मार्च से शुरू होते ही। कोयलांचल क्षेत्र में सटोरिए सक्रिय होकर हर मैच में लाखों करोड़ों का सट्टा लगाने में जुट गए हैं।
कोतमा। इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के मैच शुरू होने के साथ ही सट्टा बाजार कोयलांचल क्षेत्र भी गर्मा गया है। कोतमा नगर सहित आसपास के क्षेत्र में भी रोज लाखों करोड़ों रुपये का सट्टा आइपीएल मैच में लग रहा है। आइपीएल की यह सट्टेबाजी सट्टा बुक करने वालों के लिए लाखों रुपये कमाई का जरिया है तो सूत्रों की माने तो पुलिस की भी जेब गरम करती है।
दुबई में तय होता है भाव
सूत्रों की माने तो सट्टा किंग दुबई में बैठकर भाव जारी करता है। हर शहर में उसके कई बुकी रहते हैं जो किराए के कमरों और होटलों में अड्डा बनाकर सट्टा खिलाते हैं। बुकी के गुर्गे रजिस्टर और कैलकुलेटर लेकर क्षेत्र के कई घरों के कमरे में टीवी के सामने बैठे हुए फोन पर सट्टा बुक करते हैं।आइपीएल के मैचों में जीत-हार से लेकर हर गेंद पर रन, ओवर में कितना बनेगा रन, चौके-छक्के, विकेट, कितना रन टीम बनाएगी, कितने ओवर में जीत पर भी भारी भरकम सट्टा लगने की जानकारी कोयलांचल के सूत्रों द्वारा दी जा रही है।
कोयलांचल में युवाओं का भविष्य बर्बाद
आईपीएल में सट्टे के दलदल में फंसकर नगर सहित क्षेत्र के युवा लाखों रुपए कमाने के चक्कर में खुद के भविष्य को बर्बाद कर रहे हैं।परिजनों के कहने के बाद भी वे गंभीर नहीं हैं।हालात ये हैं कि कोयलांचल में कई युवक मौत तक को गले लगा चुके हैं। इधर, बुक चलाने वाले सौदागार युवकों से खेल-खेल में रुपए कमाकर चांदी काट रहे हैं वहीं क्षेत्र के युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है।
कोयलांचल के गरीब युवाओं से लेकर पूंजीपतियों में चढ़ा क्रिकेट सट्टे का खुमार
नगर सहित क्षेत्र के युवाओं में इन दिनों आईपीएल का खुमार सिर चढ़कर बोल रहा है। आईपीएल के जरिए युवा रातों रात मालामाल होने के लालच में अपना भविष्य तबाह कर रहे हैं।शहर से लेकर गांवो में कई जगह सुबह 9 बजे से रात 12 बजे तक हाईटेक सटटा खिलाया जा रहा है। विश्वास सूत्रों की माने तो सटटा की लत में छात्र एवं व्यापारी ब्याज पर रूपए लेकर आईपीएल में टीमों की हार-जीत पर दांव लगा रहे हैं। यहां तक कि लोग फोन से ही सटटा का दांव लगा देते हैें। इस हाईटेक तरीके से दौलत कमाने के चक्कर में क्षेत्र के छात्र भी पीछे नहीं हैं। वे कई जगह से मोबाइल पर सट्टे से दौलत कमाने के लालच में दांव लगाते देखे जा सकते हैं। इन दिनों क्षेत्र के किसान भी अपनी फसल बेचकर जो रूपया आ रहा है इसी धनराशि को किसान परिवारों के बिगड़ैल युवक आईपीएल सट्टे में उड़ा रहे हैं। सट्टा की लत में फंसकर कर्ज में डूबे युवा इससे उबरने के लिए अपराध की ओर मुड़ रहे हैं। दरअसल सटटे में हारे युवाओं पर आईपीएल सटोरियों का कर्ज चुकाने का दबाव इतना अधिक बढ़ जाता है कि वे दबाव से परेशान होकर अपनी जीवन लीला तक समाप्त कर देते हैें। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में कई परिवार सटटे के चक्कर में बर्बाद हो चुके हैं और कई परिवार बर्बादी के कगार पर हैं। लोगों का कहना है की कोयलांचल में जारी सटटे के बारे में भलीभांति वाकिफ होने के बाबजूद पुलिस इस नाजायज धंधे के बड़े कारोबारियों पर ठोस कार्यवाही न होना समझ से परे है। इस मामले में अब पुलिस पर भी अंगुलियां उठने लगी हैं।
आकाओं को संरक्षण कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति
कोयलांचल क्षेत्र में पुलिस बड़े सटोरियों पर कार्यवाही से बच रही है। यह बात हम नहीं बल्कि पुलिस के द्वारा जुआ एक्ट के विरुद्ध की गई कई कार्यवाही ही कह रही है। दरअसल कोयलांचल के अलग-अलग थानों में रोजाना जुआ-एक्ट के विरुद्ध सख्ती तो बरती जा रही है, लेकिन यह कार्यवाही सिर्फ छोटे सटोरियों तक में सीमित होकर रह जाता है। कहा तो यह भी जा रहा है कि उच्चाधिकारियों के आगे थाने की पुलिस रुतबा बढ़ाने के लिए कार्यवाही में बड़े सटोरियों का अप्रत्यक्ष रुप से सहारा भी लेती है।
सटोरियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
मैच शुरू होते ही बुक होता है भाव
शाम को मैच शुरू होते ही सटोरिए भाव बुक कराने के लिए फोन करने लगते हैं। मैच के दौरान एक बुकी के पास करोड़ों रुपये का सट्टा बुक होता है। मैच के बाद दूसरे दिन सुबह बुकी के आदमी गाड़ी लेकर सट्टा के पैसे वसूलने निकलता है।जीतने वालों को पैसा पहुंचाया जाता है।कुछ लोग मोबाइल फोन पर गोपनीय भाषा एवं अपने कोड वर्ड के माध्यम से सट्टा खेल रहें हैं। नगर में इस समय प्रत्येक मैच पर लाखों रुपये के दांव लगाए जा रहें हैं। इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन को न होना अपने आप में एक प्रश्न चिंह लगाता हैं। इस सट्टे के कारोबार में कई परिवार बर्बाद हो रहे हैं। कई युवा तो अपने पिता की जमा पूंजी चोरी से लगा कर और कई उधार लेकर दांव लगा रहें हैं।कोयलांचल क्षेत्र के लोगों की मांग है कि इस अवैध कारोबार को अंजाम देने वाले और इसमें सक्रिय लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए।