IGNTU प्रोफेसर की बीवी पर लड़की ने लगाया जानलेवा हमला का आरोप, हुई शिकाय

अनूपपुर
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर द्वारा बलात्कार / छेड़छाड़ की घटना के अनेक प्रकरण न्यायालय /थाना में विचाराधीन है विश्विद्यालय प्रबंधन हमेशा किसी न किसी मामले में सुर्खियों में रहता है। ताजा मामले में प्रोफेसर की पत्नी गरीब लड़कियों को प्रताडित किया जा रहा है, संगीता जैसवार (धर्मपत्नी डॉ नरसिंह कुमार, सहायक प्राध्यापक, म्यूजियोलॉजी विभाग, जनजातीय संकाय, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय) द्वारा घर में बिना इजाजत घर के अंदर जबरदस्ती घुसकर, गला दबाकर जान से मारने का प्रयास की, मुझे डंडे, हाथ मुक्के से मारमार कर अंदरूनी चोट पहुंचाया, मारपीट किया, झूठा केस में फंसाने की धमकी दी, जान से मारने की धमकी दी।
कुमारी उषा सोनवानी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि थाना प्रभारी अमरकंटक नरेंद्र सिंह राजपूत (78988 56608) को सूचना दे दी हूँ तथा घटनाक्रम पूरा बताया है, थाना प्रभारी ने मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है, पीठ, सिर में गंभीर चोट के कारण आज भी आगे का मेडिकल परीक्षण अनुपपुर में कराना था जिसमें सीटी स्कैन तथा एक्सरे कराना था लेकिन मै दर्द से कराह रही हूं और अभी तक मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए नहीं आए है, मैं गरीब घर की लड़की हूं इस कारण मेरे साथ ऐसा किया जा रहा है पीड़िता के द्वारा दिया गया आवेदन को थाना प्रभारी द्वारा रिसीविंग तथा मेडिकल की प्रारंभिक रिपोर्ट को मैंने जिले के पुलिस अधीक्षक, जिलाधीश, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, उप सचिव मरकाम, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्री, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित वरिष्ठ अधिकारियों तथा नेताओं को दे दी है, यदि चोट के कारण मेरी ब्रेन हेमरेज से मृत्यु हो जाती है ऐसी स्थिति में जिम्मेदार होंगे तथा मेरी मृत्यु के पश्चात भी श्रीमती संगीता द्वारा किए गए अपराध के लिए उन्हें दंडित किया जाए।
*गरीब लड़कियों का डीपी लगाकर चल रहा है बड़ा रैकेट*
कुमारी उषा सोनवानी ने आगे बताया कि श्रीमती संगीता जैसवार को जब अपने प्रोफेसर पति के चरित्र पर संदेह है तब उन्हें अपने पति की पिटाई करनी थी, अकारण मेरे ऊपर जानलेवा हमला से मुझे शारीरिक पीड़ा हो रही है, मै बड़े मुश्किल से अपना जान बचा पाई। कोई प्रोफ़ेसर किसी अन्य मैडम से किसी गरीब लड़की का फोटो लगाकर बात करे इसमें उस गरीब लड़की का कोई दोष नहीं है, अश्लीलता उन लोगों में भरी है ना की यहाँ की स्थानीय गरीब लड़कियों में। स्तरीय जांच हो जाये तो कई अधिकारी कटघरे में पहुँच जायेंगे।
*इनका कहना हैं*
इस मामले विश्विद्यालय प्रबंधन के पास कोई शिकायत नही आई हैं और पुलिस के द्वारा भी कोई जानकारी अभी तक नही दी हैं।
*विजय दीक्षित पीआरओ इंदिरा गांधी जनजातीय विश्विद्यालय अमरकंटक*